सभी भक्त यह जानते हैं की जन्म से ही श्री कृष्ण की हत्या के लिए उन पर उनके मामा कंस ने कईं असुरों को समय समय पर भेजा | श्री कृष्ण के बारे में पूरा वुश्व ही जानता है, किंतु उनके मामा कंस के बारे में लोग ज्यादा नही जानते | आज हम आपको उसी कंस मामा के प्रसिद्ध महल के बारे में बतायेंगे |

वर्तमान में कंस के किले को मथुरा का किला या पुराना किला के नाम से जाना जाता है | यह कंस टीला नामक जगह पर यमुना नदी के ठीक किनारे बना हुआ है |

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कैसा है कंस किला ?

मथुरा स्थित कंस किले की दीवारें आज भी मौजूद हैं जो करीब 8 फीट तक मोती बताई जाती हैं | दीवारों की ईटें आज के समय की तुलना में काफी पतली हैं |

kans quilla | कंस किला
kans quilla | कंस किला

प्राचीन काल में किले की दीवारें यमुना नदी में बाढ़ के पानी से मुख्य शहर का बचाव करती थी | किले में प्रवेश करते ही त्रिकाल भैरव जी और शिव जी का मंदिर देखने को मिलता है | 15 – 16 बार आक्रमण किये जाने के के बाद काफी कम हिस्सा ही आज देखने को मिलता है | किले का पुनर्निर्माण रजा मान सिंह ने करवाया था जो की अकबर के दरबार में सूबेदार हुआ करते थे | इसी कारण से किले के अधिकतर स्तम्भ दूसरों से भिन्न दिखाई पढ़ते हैं | किले की बाहरी दीवारें आधुनिक काल में बनाई गयी हैं ताकि बचे हुए किले को थोड़ी सुरक्षा प्रदान की जा सके | 

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Kans Quilla
रजा कंस की कचहरी

नदी किनारे स्थित होने के कारन माता यमुना के पवन दर्शन भी किले से होते हैं | किले में एक कचेहरी भी स्थित है जिसमे राजा कंस अपने काल में राज्य सम्बन्धी निर्णय लिया करता था |

किले में कईं कमरे हैं जिनके बारे में कहा जाता है की उनमे कंस की रानियाँ रहा करती थी | हांलाकि आज के समय में उस जगह एक सरकारी पाठशाला चलायी जाती है | इस किले के अंदर से एक गुफा जो सीधे लगभग 4 किमी दूर उस जेल तक जाती है जहां श्री कृष्ण का जन्म हुआ था | 

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कंस किला
रजा कंस की रानियों का कमरा

ऐसा कहा जाता है की इस किले की वैज्ञानिक जांच में भी इसकी आयु महाभारत काल की ही बताई जाती है | इस समय इस किले में राष्ट्रिय स्वयं सेवक संघ का दफ्तर चलता है |

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Last Update: 7 July 2024

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